….ये नए दौर का नया भारत मेरा
अपनी चलती डगर से रुकेगा नहीं,ये नए दौर का नया भारत मेरा।धमकियों से तुम्हारी, झुकेगा नहीं,ये नए दौर का नया भारत मेरा।। फैसलों पर तेरे, तेरे अपने अपने हंसें,वो समझते…
अपनी चलती डगर से रुकेगा नहीं,ये नए दौर का नया भारत मेरा।धमकियों से तुम्हारी, झुकेगा नहीं,ये नए दौर का नया भारत मेरा।। फैसलों पर तेरे, तेरे अपने अपने हंसें,वो समझते…
अपनी चलती डगर से रुकेगा नहीं,ये नए दौर का नया भारत मेरा।धमकियों से तुम्हारी, झुकेगा नहीं,ये नए दौर का नया भारत मेरा।। फैसलों पर तेरे, तेरे अपने अपने हंसें,वो समझते…
अपनी चलती डगर से रुकेगा नहीं,ये नए दौर का नया भारत मेरा।धमकियों से तुम्हारी, झुकेगा नहीं,ये नए दौर का नया भारत मेरा।। फैसलों पर तेरे, तेरे अपने अपने हंसें,वो समझते…
ज्यादा हसरत न पाल कर रखना,जो मिला है, संभाल कर रखना।बड़ी मुश्किल डगर है जीवन की,हर कदम देखभाल कर रखना।। -विपिन शर्मा
अपनी चलती डगर से रुकेगा नहीं,ये नए दौर का नया भारत मेरा।धमकियों से तुम्हारी, झुकेगा नहीं,ये नए दौर का नया भारत मेरा।। फैसलों पर तेरे, तेरे अपने अपने हंसें,वो समझते…