यारों जिस रोज हम दुनिया से चले जायेंगे।
यकीन है कि तुम्हें याद बहुत आएंगे।।
मेरी हर-एक निशानी की याद आएगी।
दौर-ए-बचपन से जवानी की याद आएगी।।
वो गुजरे वक्त के लम्हात रुबरु होंगे।
हर, दास्तां की, कहानी की याद आएगी।
उठेगी हूक तो बेचैन तुमको कर देगी।
आंख भर आएगी, आंसू नहीं रुक पाएंगे।।
यारों जिस रोज हम……
हमारे नाम से कुछ दूरियां बना लेना।
कुछ इस तरह से अपना दर्द-ए-दिल दबा लेना।
फिर भी बेचैन करे दिल तो इतना कर लेना।
बीच महफ़िल मेरे गीतों को गुनगुना लेना।।
वक्त के साथ भले यादें धुंधलिया जाएं।
मगर ये गीत, ग़ज़ल याद सदा आएंगे।।
यारों जिस रोज हम…..
यारों जिस रोज हम दुनिया से चले जायेंगे।
यकीन है कि तुम्हें याद बहुत आएंगे।।
-विपिन शर्मा✍️