…अगर बुरा न लगे

नशीले नैन तुम्हारे, हमें मयखाना लगे।मैं एक जाम चुरा लूं, अगर बुरा ना लगे।। खुदा करे…

…बेसबब अश्क कभी अपने बहाया न करो

दौलत-ए-ग़म हैं, इन्हें ऐसे लुटाया न करो।बेसबब अश्क कभी अपने बहाया न करो।। कौन जज़्बात समझता…

ज़िंदगी

इतना इतराना नहीं अच्छा है अच्छे वक्त पर,एक दिन ढल जाएगा सब यह बताती जिंदगी…पूरी ग़ज़ल…

याद आएगी जवानी…

सिर्फ पछतावा रहे, मौक़ा निकल जाने के बाद।याद आएगी जवानी, उम्र ढल जाने के बाद।। सिर्फ…

जिंदगी…

हार कर भी जीत का रस्ता दिखाती जिंदगी।मुश्किलों में आस का दीपक जलाती जिंदगी।। है अंधेरी…

कर्म माथे की हर लकीर बदल देता है…

मुश्किल हालात में भी फूल सा खिलकर रहिए।बनकर सूरज, हरेक भोर निकलकर रहिए।। वक्त के साथ…

मैं तो जुगनू हूं, कहां औकात ज्यादा है मेरी

हिंदी और उर्दू जुबां के जाने माने कवि विपिन कुमार शर्मा ने कई बार राष्ट्रीय मंचों…

कैसे भूलूं, बता! मैं खताएं तेरी…

कैसे भूलूं, बता! मैं खताएं तेरी…. कैसे भूलूं, बता! मैं खताएं तेरी।पास आने को दिल, चाहता…

कि दिन ज्यादा अच्छे ही आने लगे हैं

ki-din-jyaada-achchhe-hee-aane-lage-hain

मीटू को हथियार बनाकर गला काटने निकली हैं।।

देखो तो कुछ विष कन्याएं ज्ञान बांटने निकली हैं।मीटू को हथियार बनाकर गला काटने निकली हैं।।…