…बचपन की याद सताती है

न जानें क्यों रह-रहकर, बचपन की याद सताती है।कितना जीवन हुआ अकेला, अक्सर यह बतलाती है।।एक…

दर्द मर्द को भी होता…

दर्द मर्द को भी होता, पर देता नहीं दिखाई।खामोशी से आँसू पीना, है उसकी चतुराई।। कौन…

राजनीति….

राजनीति है खेल वो जिसमें, बड़े गजब के पासे!छल के बल पर कौरव जीतें, पांडव रहें…

…जिंदगी रोज ही जंग लड़ती रही

जिंदगीभूख से, प्यास से और एहसास से,जिंदगी रोज ही जंग लड़ती रही।लड़खड़ाई मगर फिर संभलती रही,हर…

हमने हंसी की आड़ में हर गम छुपा लिया…

जख्मों को छुपाया और मरहम छुपा लिया,पलकों से अपनी आँख का शबनम छुपा लिया।तुम रोके भी…

हम तो आटे को भी लीटर में तोल देते हैं…

पोल सरकार की जब चाहें खोल देते हैं,हम हैं युवराज, जो जी आया, बोल देते हैं।है…

तेरे चेहरे पे मोहब्बत की चमक आज भी है…

तेरे चेहरे पे मोहब्बत की चमक आज भी है,हालांकि तुझको मेरे प्यार पे शक आज भी…

कई दिनों से बड़ी तेज़ चल रही है हवा…..

हौसले देख के मेरे मचल रही है हवा,कई दिनों से बड़ी तेज़ चल रही है हवा।जो…

मैं तो जुगनू हूं, कहां औकात ज्यादा है मेरी

हिंदी और उर्दू जुबां के जाने माने कवि विपिन कुमार शर्मा ने कई बार राष्ट्रीय मंचों…

कैसे भूलूं, बता! मैं खताएं तेरी…

कैसे भूलूं, बता! मैं खताएं तेरी…. कैसे भूलूं, बता! मैं खताएं तेरी।पास आने को दिल, चाहता…