हार कर भी जीत का रस्ता दिखाती जिंदगी।
मुश्किलों में आस का दीपक जलाती जिंदगी।।
है अंधेरी रात और तन्हा हैं लेकिन, गम नहीं।
वक्त सब कट जाएगा, हर पल सिखाती जिंदगी।।
ठोकरें खाकर हुनर जीने का अब तो आ गया।
अब कभी रातों में न आंसू बहाती जिंदगी।।
इतना इतराना नहीं अच्छा है अच्छे वक्त पर।
एक दिन ढल जाएगा सब, यह बताती जिंदगी।।
दुनिया-ए-रंगीन की जब से हकीकत जान ली।
तब से रिश्तों को न ज्यादा आजमाती जिंदगी।।
अब किसी से न कोई शिकवा है, न कोई गिला।
अब तो ताने सुन जहां के, मुस्कुराती जिंदगी।।
रंगमंच है ये दुनियां, स्वार्थ में डूबे हैं सब।
हम महज किरदार हैं, बस यह बताती जिंदगी।।
-विपिन कुमार शर्मा